झारखंड की राजधानी रांची में नशे का अवैध कारोबार लगातार गहराता जा रहा है। हाल ही में पुलिस ने ब्राउन शुगर और अन्य नशीले पदार्थों के बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए एक इंटर स्टेट ड्रग्स गिरोह का भंडाफोड़ किया है। जांच में सामने आया कि इस नशे के धंधे के तार बिहार के सासाराम से जुड़े हुए हैं। इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने विशेष जांच दल (SIT) गठित कर सासाराम में दबिश दी और मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस की बड़ी कार्रवाई, सटीक योजना से गिरे शिकंजे में तस्कररांची पुलिस को लगातार सूचना मिल रही थी कि शहर में ब्राउन शुगर की तस्करी बड़े पैमाने पर की जा रही है। कई गिरफ्तारियों और पूछताछ के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि इस अवैध कारोबार की जड़ें बिहार के सासाराम से जुड़ी हैं। इस सूचना के आधार पर रांची पुलिस ने एक स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (SIT) गठित की और सासाराम में गुप्त रूप से निगरानी शुरू की।
पुलिस की योजना रंग लाई और मुख्य सप्लायर सहित कई तस्करों को धर दबोचा गया। उनके पास से भारी मात्रा में ब्राउन शुगर, मोबाइल फोन, नकदी और अन्य संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
इंटर स्टेट गिरोह सक्रियपुलिस की प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया कि यह गिरोह सिर्फ रांची और सासाराम तक सीमित नहीं था, बल्कि यह एक अंतरराज्यीय तस्करी नेटवर्क का हिस्सा था, जो बिहार, झारखंड, और पश्चिम बंगाल तक फैला हुआ था। गिरोह के सदस्य बेहद संगठित तरीके से काम करते थे, जहां सप्लाई, पैकेजिंग, डिलीवरी और भुगतान के लिए कोडवर्ड और डिजिटल माध्यम का इस्तेमाल होता था।
युवा पीढ़ी को बना रहे थे निशानायह गिरोह युवाओं और स्कूली छात्रों को अपना मुख्य ग्राहक बना रहा था। ब्राउन शुगर जैसे घातक नशे को छोटे पैकेट में बेचकर मोटा मुनाफा कमाया जा रहा था। पुलिस ने बताया कि इस अवैध धंधे से कई युवाओं का जीवन तबाह हो चुका है और इस नेटवर्क का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा युवाओं को फंसाकर मुनाफा कमाना था।
पुलिस का सख्त रुख, आगे और गिरफ्तारी संभवरांची पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि,
“हमने इस गिरोह के कई अहम सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ जारी है। इस नेटवर्क में और भी लोग शामिल हो सकते हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारियां होंगी।”
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