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दिल्ली में लाल किले पर आज से विक्रमोत्सव का भव्य आगाज, उप राष्ट्रपति करेंगे शुभारंभ

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– तीन दिन महानाट्य सम्राट विक्रमादित्य का होगा मंचन, मध्य प्रदेश और दिल्ली के मुख्यमंत्री रहेंगे मौजूदभोपाल, 12 अप्रैल . मध्य प्रदेश सरकार के तत्वावधान में महान सम्राट विक्रमादित्य, विक्रम संवत् और देश के गौरवशाली इतिहास में उनके योगदान से देश को अवगत कराने के उद्देश्य से आज से नई दिल्ली के लाल किले में स्थित माधवदास पार्क में सम्राट विक्रमादित्य पर केंद्रित तीन दिवसीय महानाट्य का मंचन किया जाएगा. उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शाम सात बजे विक्रमोत्सव के तहत आयोजित इस सांस्कृतिक उत्सव का शुभारंभ करेंगे. इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृतिमंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की गरिमामयी उपस्थिति रहेगी.जनसम्पर्क अधिकारी जकिया रुही ने बताया कि महानाट्य सम्राट विक्रमादित्य के साथ-साथ लाल किले पर विक्रमादित्य और अयोध्या, विक्रमादित्यकालीन पुरातात्विक मुद्रा मुद्रांक, वृहत्तरभारत के सांस्कृतिक वैभव, मध्य प्रदेश में पर्यटन की संभावनाओं, प्रदेश में निवेश तथा रोज़गार सृजन के अवसरों में लोकव्यापीकरण के प्रयासों पर केंद्रित प्रदर्शनियां भी लगाई जा रही हैं. साथ ही दिल्ली के निवासी फूड कोर्ट में मध्य प्रदेश के स्थानीय व्यंजनों का स्वाद भी चख सकेंगे. इस तीन दिवसीय उत्सव में भारतीय इतिहास और संस्कृति के महान नायक के योगदान को जीवंत किया जाएगा.उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के मार्गदर्शन में संस्था विशाला सांस्कृतिक एवं लोकहित समिति ने महानाट्य की परिकल्पना को साकार किया है. महानाट्य में विक्रमादित्य के जन्म से लेकर सम्राट बनने तक की सभी गाथाएं अंकित की गई हैं. सम्राट विक्रमादित्य के विराट स्वरूप को प्रस्तुत करने के लिए कलाकारों का विशाल दल लगभग 125 कलाकारों और 50 अन्य सहयोगियों के माध्यम से इसे प्रस्तुत किया जाएगा. नाटक के दृश्यों का सजीव बनाने के लिए अश्व, रथ, पालकी एवं ऊंट आदि का इस्तेमाल किया गया है. मंचीय प्रस्तुतिकरण को प्रभावी बनाने के लिये तीन मंच एवं एलईडी ग्राफिक्स के स्पेशल इफैक्ट का प्रयोग किया गया है.जनसम्पर्क अधिकारी ने बताया कि मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत, धरोहरों, कला–कौशल और पर्यटन को वैश्विक पटल पर प्रमुखता से प्रदर्शित करने का यह प्रमुख मंच हैं. इसी तारतम्य में महान नायक सम्राट विक्रमादित्य के स्वर्णिम काल से जनमानस को अवगत कराने के लिए विक्रमोत्सव- 2025 का आयोजन किया जा रहा है. यह न केवल सम्राट विक्रमादित्य की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता को जन मानस तक पहुंचाएगा, बल्कि मध्य प्रदेश की समृद्ध परंपराओं और पर्यटन संभावनाओं को भी राष्ट्रीय मंच प्रदान करेगा.विक्रमोत्सव-2025 में मध्य प्रदेश के पारंपरिक व्यंजनों के फूड स्टॉल्स लगाए जाएंगे, जिसका दिल्लीवासी आनंद ले सकेंगे. मध्य प्रदेश में पर्यटन विभाग की प्रमुख पहल, नवाचारों और पर्यटन सर्किट की जानकारी दी जाएगी. तकनीक की सहायता से नागरिकों को ऐतिहासिक कथाओं को जानने का अवसर भी प्राप्त होगा. यहां बाबा महाकाल का होलोग्राफिक भी प्रदर्शित किया जाएगा. मध्य प्रदेश की हस्तकला व कौशल को मंच प्रदान किया जाएगा, जिसमें हस्त शिल्पकार गोंड कला, बाग प्रिंट, टेराकोटा शिल्प, खजूर पत्ती शिल्प, पारंपरिक शिल्प और पेपर मैशी कला व चित्रकला के साथ अन्य उत्पादों को प्रदर्शित करेंगे.

तोमर

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