रांची, 11 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . रांची के चान्हो थाना पुलिस ने सात माह पूर्व हुए रामबली यादव हत्याकांड का खुलासा करते हुए पत्नी सहित चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपितों में पत्नी चंपा देवी उर्फ चंपा उरांव, विष्णु उरांव, विकास उरांव और आशिष कुमार शामिल है. साथ ही मामले में पुलिस ने दो नाबालिग निरुद्ध किए गए हैं. इनके पास से एक देशी पिस्तौल , तीन गोली और दो बाइक बरामद किया गया है.
रांची के ग्रामीण एसपी प्रवीण पुष्कर ने Saturday को बताया कि चान्हो थाना क्षेत्र बढ़ईया गांव के रहने वाले रामबली यादव की गोली मारकर सात महीने पहले ही हत्या कर दी गई थी. रामबली यादव को जान से मारने वाला कोई और नहीं बल्कि उसकी ही दूसरी पत्नी चंपा थी. चंपा ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर पहले गोली मारकर रामबली यादव की हत्या की और फिर कुएं में शव को फेंक कर जेसीबी की सहायता से कुएं को ही भरवा दिया.
पिछले सात महीने से अपनी पति की हत्या करने के बावजूद चंपा कानून की नजरों से छुपी रही. आखिरकार रांची पुलिस गायब रामबली यादव को खोजने के क्रम में इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया .
रामबली यादव मूल रूप से Uttar Pradesh के बनारस का रहने वाला था. रामबली यादव पहले से शादीशुदा था लेकिन रांची आने के बाद उसने चंपा उरांव के साथ दूसरी शादी की और फिर चंपा के साथ ही चान्हो में रहने लगा. रामबली यादव बनारस स्थित अपने परिवार वालों से हमेशा संपर्क में रहता था. इसी बीच पिछले कुछ महीनों से रामबली यादव का फोन बंद आने लगा और उसका परिवार वालों से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा था. इसके बाद रामबली यादव के पहली पत्नी का बेटा राहुल यादव ने अपने पिता की खोज शुरू की. चान्हो पहुंचने पर भी राहुल को अपने पिता का कोई सुराग हासिल नहीं हुआ. इसके बाद उसने चान्हो थाना में एफआईआर दर्ज करवाई. राहुल ने अपने पिता के गायब होने को लेकर चंपा पर संदेह जताया था.
ग्रामीण एसपी प्रवीण पुष्कर ने बताया कि रामबली यादव के गायब होने के मामले की जांच में जब पुलिस जुटी तो उन्हें उसकी दूसरी पत्नी चंपा उरांव पर संदेह हुआ. इसके बाद पुलिस ने गुप्त रूप से चंपा पर नजर रखना शुरू कर दिया. संदेह की पुष्टि होने पर पुलिस की टीम के जरिये चंपा और उसके एक रिश्तेदार विष्णु उरांव को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई. पुलिस के सामने दोनों टूट गए और हत्याकांड की पूरी कहानी पुलिस के सामने खुलकर सामने रख दिया.
एसपी ने कहा कि चंपा ने बताया कि रामबली यादव की ओर से एक जमीन को बेचा गया था, लेकिन उससे जो पैसे प्राप्त हुए उस पैसे को उसने अपनी पहली पत्नी के पास बनारस भेज दिया. इसी पैसे को लेकर ही चंपा और रामबली यादव में विवाद शुरू हो गया.
इस विवाद के बाद चंपा ने अपने कुछ परिचितों के साथ मिलकर रामबली यादव की हत्या योजना बना डाली. योजना के तहत पहले रामबली यादव को चंपा देवी, विष्णु उरांव, विकास उरांव, आशीष कुमार और दो नाबालिगों ने मिलकर गोली मारकर हत्या की और फिर कुएं में उसके शव को फेंक दिया. हत्या करने के बाद शव को कुएं में फेंका गया और फिर कुएं को पूरी तरह से जेसीबी से मिट्टी डालकर भर दिया गया ताकि किसी को भी कोई सबूत हासिल ना हो सके.
कुएं में शव दफनाने की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने आनन-फानन में मजिस्ट्रेट की तैनाती कर कुएं में भरी मिट्टी को हटाकर रामबली यादव के शव को बाहर निकाला. इस मामले में पुलिस ने चंपा देवी सहित अन्य चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है. साथ ही दो नाबालिग को निरुद्ध किया है.
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(Udaipur Kiran) / विकाश कुमार पांडे
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