ग्वालियर, 1 सितम्बर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एलीवेटेड रोड के दोनों चरणों के काम में तेजी लाएं। सतत संपर्क कर एएसआई (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) से जहाँ-जहाँ जरूरत है वहाँ निर्माण की अनुमतियां प्राप्त करें। साथ ही पर्याप्त मशीनरी व संसाधन लगाएं, इसमें कोई ढ़िलाई नहीं होना चाहिए। यह निर्देश कलेक्टर रुचिका चौहान ने एलीवेटेड रोड की समीक्षा के दौरान लोक निर्माण विभाग (सेतु) के अधिकारियों को दिए।
कलेक्टर ने सोमवार को कलेक्ट्रेट के सभागार में लोक निर्माण विभाग के सेतु संभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर एलीवेटेड रोड की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की। बैठक में कार्यपालन यंत्री सेतु जोगिंदर सिंह यादव ने बैठक में जानकारी दी कि इस साल हुई अत्यधिक बारिश व कुछ स्थानों पर एएसआई की अनुमति मिलने में देरी होने से एनलीवेटेड रोड के प्रथम चरण का काम प्रभावित हुआ है। इस वजह से प्रथम चरण का काम अब अगले साल जून माह तक पूर्ण हो पायेगा। अनुबंध के अनुसार यह काम 17 फरवरी तक पूरा होना था।
कलेक्टर ने बैठक में मौजूद झांसी रोड एसडीएम को निर्देश दिए कि बरसात समाप्त होते ही एलीवेटेड रोड के प्रथम चरण के निर्माण में रानीपुरा क्षेत्र में बाधा बन रहे अतिक्रमण हटवाए जाएं। इसी तरह अन्य जगहों पर भी अतिक्रमण हटवाए जाएं। उन्होंने कार्यपालन यंत्री सेतु को भी निर्देश दिए कि एलीवेटेड रोड के द्वितीय चरण से संबंधित जमीन अधिग्रहण के प्रस्ताव निर्धारित प्रपत्र में जल्द से जल्द उपलब्ध कराएं। बैठक में कलेक्टर ने यह भी निर्देश दिए कि एलीवेटेड रोड के निर्माण से शहरवासियों को सड़क आवागमन में दिक्कत नहीं होना चाहिए। निर्माण के दौरान धूल व अन्य निर्माण सामग्री से लोगों को तकलीफ न हो, इसलिये महानगरों में बनाई जाने वाली मेट्रो रेल की तर्ज पर सड़क के दोनों ओर ढककर निर्माण कार्य कराया जाए।
बैठक में कार्यपालन यंत्री सेतु जोगिंदर सिंह ने बताया कि एलीवेटेड रोड के प्रथम चरण का काम लगभग 70 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। प्रथम चरण का कार्य लगभग 447 करोड रूपए की लागत से स्वीकृत है। इसमें से लगभग 308 करोड़ रूपए की राशि खर्च हो चुकी है। प्रथम चरण का निर्माण स्वर्ण रेखा नदी पर ट्रिपल आईटीएम संस्थान से महारानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा तक लगभग 10 किलोमीटर लम्बाई में किया जा रहा है। प्रथम चरण में 13 लूप बनाए जा रहे हैं। इसी तरह द्वितीय चरण के लिये लगभग 926 करोड 21 लाख रुपये स्वीकृत हुए हैं। अनुबंधित 700 करोड़ की राशि में से लगभग 69 करोड रूपए की राशि खर्च की जा चुकी है। द्वितीय चरण का लगभग 18 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। द्वितीय चरण में 12 लूप बनाए जा रहे हैं।
कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित बैठक में एसडीएम झांसी रोड अतुल सिंह, भू-अर्जन अधिकारी एवं एसडीएम ग्वालियर ग्रामीण सूर्यकांत त्रिपाठी, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग (सेतु) जोगिंदर सिंह व अनुविभागीय अधिकारी सेतु प्रबल सिसोदिया सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
(Udaipur Kiran) तोमर
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