रांची, 12 अगस्त (Udaipur Kiran) । झारखंड में राज्य स्तरीय बैंकर समिति (एसएलबीसी) की 92वीं राज्य स्तरीय बैठक प्रोजेक्ट भवन, धुर्वा में मंगलवार को आयोजित की गई। इस दौरान बैंकों और सरकार के बीच बेहतर समन्वय और योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर सहमति बनी।
बैठक में बतौर मुख्य अतिथि शामिल राज्य के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने राज्य में वित्तीय समावेशन और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में बैंकों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि झारखंड का ऋण–जमा अनुपात लगातार बेहतर हो रहा है और जून 2025 की तिमाही में यह 51.32 प्रतिशत तक पहुंच गया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 3.54 प्रतिशत अधिक है। इसे उन्होंने राज्य की आर्थिक प्रगति का सकारात्मक संकेत बताया।
वित्त मंत्री ने वर्ष 2024-25 की वार्षिक ऋण योजना में हासिल उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि वर्ष 2025-26 में भी उसी गति से लक्ष्यों की प्राप्ति सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने बैंकों को केंद्र और राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं के तहत वित्तपोषण बढ़ाने का सुझाव दिया, ताकि समाज के कमजोर और वंचित वर्गों तक ऋण और वित्तीय सेवाओं की पहुंच मजबूत हो सके। उन्होंने विशेष रूप से ‘गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना’ ( मेधावी क्षात्रों के उच्च शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है) में सुधार कर इसे और प्रभावी बनाने का निर्देश दिया और आश्वासन दिया कि इस दिशा में सरकार हर संभव सहयोग देगी। बैठक में कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) फंड के सही उपयोग पर भी चर्चा हुई।
वित्त मंत्री ने कहा कि सीएसआर फंड का इस्तेमाल केवल महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण, पौधारोपण, ग्रामीण विकास, जल संग्रहण, आपदा राहत, पुनर्वास और कला-संरक्षण जैसे निर्धारित क्षेत्रों में ही होना चाहिए। उन्होंने कहा कि झारखंड के कुछ बैंकों ने इस फंड का उपयोग निर्धारित उद्देश्यों से हटकर किया है, जो उचित नहीं है।
बैठक में बैंक ऑफ इंडिया के कार्यपालक निदेशक सह एसएलबीसी, झारखंड के अध्यक्ष पीआर राजगोपाल ने राज्य में बैंकिंग सेवाओं के विस्तार और ऋण वितरण की प्रगति पर विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि बैंकों का प्रयास है कि ग्रामीण और शहरी, दोनों क्षेत्रों में वित्तीय सेवाओं की पहुंच को और व्यापक बनाया जाए।
बैठक में राज्य की कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की, विशेष सचिव वित्त विभाग संदीप सिंह, झारखंड राज्य आजीविका संवर्धन सोसायटी (जेएसएलपीएस) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अनन्या मित्तल, भारतीय रिज़र्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक प्रेम रंजन प्रसाद सिंह, राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के मुख्य महाप्रबंधक गौतम कुमार सिंह, बैंक ऑफ इंडिया के मुख्य महाप्रबंधक अशोक कुमार पाठक, एसएलबीसी झारखंड के महाप्रबंधक गुरु प्रसाद गोंड, उप महाप्रबंधक सीएच गोपाला कृष्णा और संतोष कुमार सिन्हा सहित राज्य के सभी 24 जिलों के अग्रणी जिला प्रबंधक मौजूद थे।
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(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar
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