विश्वविद्यालय के 94 जरूरतमंद विद्यार्थियों को 6 लाख 73 हजार 500 रुपये की सहायता राशि प्रदान कीहिसार, 8 अप्रैल . यहां के गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है कि शिक्षण संस्थानों का उद्देश्य विद्यार्थियों को केवल किताबी शिक्षा देना ही नहीं, बल्कि अपने सामाजिक दायित्व को पूरा करना भी है. गुजविप्रौवि हमेशा अपने सामाजिक दायित्व को पूरा करता है तथा यह सुनिश्चित करता है कि हर विद्यार्थी को शिक्षा ग्रहण करने के समान अवसर मिले तथा उसकी आर्थिक स्थिति शिक्षा ग्रहण करने में बाधा न बने. कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने मंगलवार को विश्वविद्यालय के 94 जरूरतमंद विद्यार्थियों को 6 लाख 73 हजार 500 रुपये की सहायता राशि प्रदान की. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. विजय कुमार व शैक्षणिक मामलों के अधिष्ठाता प्रो. योगेश चाबा उपस्थित रहे.कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने इस अवसर पर कहा कि गुरु जम्भेश्वर जी महाराज के नाम पर स्थापित यह विश्वविद्यालय प्राकृतिक संरक्षण के साथ-साथ सामाजिक न्याय के सिद्धांत पर भी चलता है. विश्वविद्यालय का प्रयास है कि कोई भी विद्यार्थी फीस न भर पाने के कारण अपनी पढ़ाई से वंचित न रहे. उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वो खुद को अपनी पढ़ाई पर केंद्रित करें तथा राष्ट्र व समाज के विकास व उत्थान के लिए अपना योगदान दें.कुलसचिव डॉ. विजय कुमार ने इस अवसर पर कहा कि कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई के निर्देशन में विश्वविद्यालय देश के सभी शिक्षण संस्थानों को एक नई राह दिखा रहा है. उन्होंने सहायता राशि पाने वाले विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की. शैक्षणिक मामलों के अधिष्ठाता प्रो. योगेश चाबा ने बताया कि छात्र कल्याण विभाग द्वारा जिन जरूरतमंद विद्यार्थियों को यह सहायता दी गई है, उनमें से 59 छात्र तथा 35 छात्राएं ऐसे गरीब व आर्थिक रूप से पीड़ित परिवारों से सम्बन्धित हैं जिनके पास आय का साधन नहीं है. कुछ विद्यार्थियों के तो माता-पिता नहीं है जो काफी गरीब परिवार से हैं, वे अपनी फीस भरने में असमर्थ हैं. उन्होंने बताया कि यह सहायता राशि छात्र कल्याण विभाग द्वारा प्रति वर्ष प्रदान की जाती है. उन्होंने बताया कि सहायता राशि पाने वाले विद्यार्थियों में इंग्लिश विभाग के पांच, हिंदी विभाग का एक, जियोग्राफी विभाग के दो, गणित विभाग के छह, फार्मास्युटिकल साइंसिज विभाग का एक, इनवायर्नमेंट साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के तीन, एलाइड हेल्थ साइंसिज विभाग का एक, बायोटेक्नोलॉजी विभाग के दस, एआई एंड डेटा साइंस विभाग के पांच, फूड टेक्नोलॉजी विभाग का एक, प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी विभाग का एक, ईईई विभाग के 18, सीएसई विभाग के 26, एचएसबी के 10, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के दो, लाइब्रेरी एंड इंफोर्मेशन साइंस का एक व जनसंचार विभाग का एक विद्यार्थी शामिल है. इस अवसर पर छात्र कल्याण विभाग की पूरी टीम भी उपस्थित रही.
/ राजेश्वर
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