वर्ष 2022 में फिल्म कंतारा रिलीज होने के बाद सफलता का मतलब ही बदल गया. इस फिल्म ने 70वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड में बड़ी जीत हासिल की, जिसमें उसने बेस्ट पॉपुलर फिल्म प्रोवाइडिंग व्होलसोम एंटरटेनमेंट का अवॉर्ड मिला और ऋषभ शेट्टी को बेस्ट एक्टर के अवॉर्ड से नवाजा गया. फिल्म की कहानी, जो भारत के दिल से जुड़ी है, देश की समृद्ध संस्कृति और मूल्यों को दिखाती है. कंतारा एक बड़ी सरप्राइज़ हिट बन गई थी और अब उसका आगामी प्रीक्वल, कंतारा : चैप्टर 1, अनाउंसमेंट होते ही सुर्खियों में बनी हुई है. कंतारा में हमने भूत कोला उत्सव देखा था और वहीं अब कंतारा: चैप्टर 1 कदंब काल को एक्सप्लोर करेगी.
यह फिल्म कर्नाटक के कदंब कालखंड में सेट पर है. कदंब उस समय के महत्वपूर्ण शासक थे, जो कर्नाटक के कुछ हिस्सों पर राज करते थे और उन्हें वहां की वास्तुकला और संस्कृति को आकार देने में बड़ी भूमिका निभायी. इस पीरियड को बड़े पर्दे पर लाने के लिए, मेकर्स होम्बले फिल्म्स और एक्टर ऋषभ शेट्टी ने कुंडापुर में कदंब एम्पायर को रीक्रिएट किया है. इस कहानी को असली एहसास देने के लिए मेकर्स ने खूब मेहनत की है, यहां तक कि फिल्म के लिए एक नया स्टूडियो बना डाला. पहले उन्होंने 80 फीट ऊँचाई का एक बड़ा सेट खोजने की कोशिश की थी, जहाँ एलाबोरेट सेटिंग बनाई जा सके लेकिन वो वैसा कुछ नहीं ढूंढ पाए. इसलिए एक कदम और बढ़कर उन्होंने खुद का स्टूडियो खड़ा कर दिया. यह पूरा सेट कई एकड़ में फैला है.
इस बड़े प्रयास के पीछे कदंब राजवंश का महत्व छिपा है, जिसने दक्षिण भारत की वास्तुकला में भव्यता की शुरुआत की. कदंब काल को भारतीय इतिहास का स्वर्ण युग माना जाता है, जो अपनी आकर्षक समृद्धि और ऐतिहासिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है. कंताराः चैप्टर वन इसी समय के दौरान सेट है, जब भारत में सब कुछ भव्य और अद्भुत था. फिल्म एक प्रीक्वल के रूप में कंतारा से पहले की घटनाओं को दिखाएगी, और यह बताएगी कि क्या हुआ जो सब कुछ ऐसा बना. मेकर्स इस युग को पूरी तरह से रीक्रिएट करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं और हर चुनौती का सामना कर रहे हैं.
/ लोकेश चंद्र दुबे
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