कोलकाता, 15 अप्रैल . पश्चिम बंगाल में पोइला बैसाख (नववर्ष 1432) के अवसर पर राज्यपाल डॉ. सी. वी. आनंद बोस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यवासियों को शुभकामनाएं दी हैं. दोनों नेताओं ने अपने संदेशों में सभी के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति की कामना की.
राज्यपाल डॉ. सी. वी. आनंद बोस ने अपने संदेश में कहा कि वह सभी को एक बहुत ही सुखद, समृद्ध और सुखमय नए साल की शुभकामनाएं देते हैं. उन्होंने कामना की कि यह नववर्ष सभी के लिए खुशियां लेकर आए.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने संदेश में कहा — “आओ, आओ, आओ हे बैसाख… नववर्ष 1432 की शुभकामनाएं! नए साल के पुण्य प्रकाश से सभी का जीवन आलोकित हो. बंगाल का हर व्यक्ति शांति और सौहार्द के बंधन में बंधा रहे. सभी को शुभकामनाएं.”
नए साल के मौके पर पूरे राज्य में उत्सव का माहौल है. पारंपरिक परिधान, विशेष व्यंजन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ लोग पूरे हर्षोल्लास से नववर्ष का स्वागत कर रहे हैं.
बंगाली नववर्ष अप्रैल महीने के मध्य में मनाया जाता है. इस दौरान बंगाली लोग एक-दूसरे को ‘शुभो नब बोरसो’ कह कर नए साल की बधाई देते हैं. जिसका मतलब होता है नव वर्ष की शुभकामनाएं.
आमतौर पर यह अप्रैल महीने की 14-15 तारीख को मनाया जाता है. बंगाल में इसे पोइला बैसाख कहा जाता है. यह बैसाख महीने का पहला दिन होता है. पोइला का अर्थ है पहला और बैसाख बंगाली कैलेंडर का पहला महीना है. बंगाली कैलेंडर हिन्दू वैदिक सौर मास पर आधारित है.
पोइला बैसाख को पूरे बंगाल के अलावा आसपास के पहाड़ी राज्यों व पड़ोसी देश बांग्लादेश में भी बड़े उल्लास से मनाया जाता है. इस त्योहार का बंगाल के लोगों को बेसब्री से इंतजार रहता है. पश्चिम बंगाल और असम में इस दिन सरकारी छुट्टी होती है.
/ ओम पराशर
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