भोपाल, 20 जुलाई (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की सड़कों पर दौड़ रहे ई-रिक्शा बच्चों के लिए असुरक्षित हैं। यहां सोमवार, 21 जुलाई से स्कूली बच्चों के ई-रिक्शा से स्कूल आने-जाने पर रोक लगा दी गई है। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने ई-रिक्शा को बच्चों के लिए असुरक्षित मानते हुए प्रतिबंध का आदेश भी जारी कर दिया है।
यह आदेश कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर जारी किया है। इसके साथ ही शहर में तेजी से बढ़ते और बेतरतीब दौड़ते ई-रिक्शा पर पहली बड़ी कार्रवाई की गई है। आदेश में कहा गया है कि कई स्कूल के छात्र-छात्राओं को घर से स्कूल लाने ले जाने के लिए ई-रिक्शा का इस्तेमाल होता है। यह बच्चों के लिए असुरक्षित है। इनके पलटने का डर ज्यादा रहता है। इन्हीं तथ्यों को ध्यान में रखते हुए डीईओ सभी स्कूल संचालकों को ई-रिक्शा बंद करने को कहेंगे। प्रशासन भी पूरी नजर रखेगा।
गौरतलब है कि 18 जुलाई को भोपाल सांसद आलोक शर्मा ने ट्रैफिक सुधार के लिए बैठक रखी थी। इसमें कलेक्टर ने ई-रिक्शा स्कूलों में प्रतिबंधित करने को कहा था। उन्होंने कहा था कि छोटे बच्चों को ई-रिक्शा में बैठाकर स्कूल भेजना ठीक नहीं है। सांसद की बैठक के बाद कलेक्टर ने आदेश कर दिए हैं।
कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह द्वारा जारी आदेश में बताया गया है कि 27 जून को जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में सभी की सहमति से प्राप्त प्रस्ताव के आधार पर स्कूल के छात्र- छात्राओं के परिवहन के लिए ई-रिक्शा का उपयोग किया जा रहा है, अब उस पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया है। ई-रिक्शा स्कूल के छात्र-छात्राओं के परिवहन के लिए असुरक्षित वाहन है, वाहन में स्कूल के छोटे बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण विषय है। ऐसे में ई-रिक्शा द्वारा स्कूली छात्र-छात्राओं के परिवहन पर प्रतिबंध लगाया जाता है।
एसीपी ट्रैफिक अजय वाजपेयी ने बताया कि शहर में लगभग 12 हजार ई-रिक्शा रजिस्टर्ड हैं। हालांकि स्कूलों से यह अटैच नहीं है, लेकिन अभिभावक अपनी सहूलियत के हिसाब से बच्चों को ई-रिक्शा से स्कूल भेजते हैं। अब इन्हें रोकने का काम किया जाएगा, जिसके लिए सोमवार से टीमें स्कूलों में जाकर प्रबंधन से संपर्क करेंगी और ऐसे बच्चों को चिह्नित करेंगी, जो ई-रिक्शा से स्कूल आते-जाते हों। इसके बाद ई-रिक्शा बंद कराए जाएंगे।
कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि बैठकों में पुलिस और एक्सपर्ट की राय के बाद ई-रिक्शा में बच्चों को स्कूल लाने ले जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। भोपाल में ई-रिक्शा में स्कूली बच्चों को लेकर हादसे तो नहीं हुए, लेकिन अन्य शहरों में हादसे हो चुके हैं। इसलिए यह फैसला लिया गया है।
(Udaipur Kiran) तोमर
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