सोनीपत, 26 जून (Udaipur Kiran) । सोनीपत नगर निगम में कार्यरत क्लर्क हरिओम को 15 हजार रुपये
की रिश्वत लेते हुए कैमरे में कैद किए जाने के बाद गुरुवार को निलंबित कर दिया गया। आराेपी क्लर्क मामला उजागर होने के बाद वह लगातार ड्यूटी से गायब रहा और तीन बार नोटिस भेजे जाने
पर भी जांच में शामिल नहीं हुआ। नगर निगम आयुक्त ने जांच कराई, जिसमें आरोपों को सत्य
पाया गया।
हरिओम पर आरोप है कि उसने एक व्यक्ति से प्रॉपर्टी पहचान-पत्र
में सुधार करवाने के बदले 15 हजार रुपये की मांग की थी। व्यक्ति दो महीने से निगम कार्यालय
के चक्कर काट रहा था, लेकिन रिश्वत लेने के अगले दिन ही पहचान-पत्र में सुधार कर दिया
गया। यह पूरा मामला एक डिजिटल समाचार माध्यम द्वारा उजागर किया गया। जांच में हरिओम
का आचरण गलत पाया गया। निगम अधिकारियों ने बताया कि उसे वीडियो वॉट्सऐप पर भेज दी गई
थी, फिर भी उसने यह कहकर जांच से दूरी बनाई कि उसे वीडियो नहीं मिली।
निगमायुक्त हर्षित कुमार का कहना है कि भ्रष्टाचार में संलिप्त
किसी भी कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले की जांच सहायक आयुक्त को सौंपी गई
थी और प्राथमिक रिपोर्ट के आधार पर निलंबन की कार्रवाई की गई है। नगर निगम प्रशासन
ने स्पष्ट किया है कि आरोपी को हर हाल में जांच में शामिल होना होगा।
(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना
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