बोकारो, 24 अगस्त (Udaipur Kiran) , झारखंड के बोकारो ज़िले में बन कर तैयार हुआ राज्य का पहला लेबर कोर्ट का स्वतंत्र भवन अभी हैंडओवर भी नहीं हुआ है और इसकी गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो गए हैं। कैंप-2 स्थित सिविल कोर्ट के समीप बने इस डबल स्टोरी भवन में छत पर दरारें आ गई हैं और कई कमरों में पानी टपकने की शिकायतें मिल रही हैं। करीब 2.56 करोड़ रुपये की लागत से बना यह भवन मज़दूरों को शीघ्र न्याय दिलाने के उद्देश्य से तैयार किया गया था। इसकी भूमि पूजन 19 अप्रैल 2023 को तत्कालीन प्रिसिंपल जिला जज कुमारी रंजना अस्थाना, उपायुक्त कुलदीप चौधरी और एसपी चंदन कुमार झा सहित प्रशासनिक और न्यायिक अधिकारियों की उपस्थिति में की गई थी।
हैंडओवर इसी सप्ताह होना था, लेकिन सूत्रों के अनुसार जानकारी मिली को छह सितंबर को उद्घाटन होना है। जब उद्घाटन से पहले ही दीवाल दरार और छत से पानी सिपेज है, तो भविष्य में इसकी स्थिति क्या होगी, इसका अंदाज़ा लगाना मुश्किल नहीं है। इस तरह की निर्माण खामियों और घटिया सामग्री के उपयोग ने न केवल सरकारी धन की बर्बादी बल्कि प्रशासनिक लापरवाही और सरकारी तंत्र की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
विडंबना यह है कि लेबर कोर्ट जैसा संवेदनशील और अहम संस्थान, जिसे श्रमिकों को न्याय देने के लिए विशेष रूप से बनाया गया, वह शुरू होने से पहले ही अपनी विश्वसनीयता खोता नजर आ रहा है। इस ख़बर के सम्बंध में हमारे संवाददाता ने मुख्य कार्यपालक अभियंता अमित टोपनो से दूरभाष के माध्यम से बात करने की कोशिश किया तो अधिकारी इस संबंध में कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं।
(Udaipur Kiran) / अनिल कुमार
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