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भीलवाड़ा में 10,340 करोड़ के 143 एमओयू, 23 हजार युवाओं को मिलेगा रोजगार

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भीलवाड़ा, 8 नवंबर . राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट के तहत शुक्रवार को भीलवाड़ा में जिला स्तरीय इन्वेस्टर मीट का आयोजन किया गया, जिसमें 10,340 करोड़ रुपये से अधिक निवेश के 143 एमओयू हस्ताक्षरित हुए. इन समझौतों के माध्यम से जिले में 23 हजार से अधिक युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे. इस ऐतिहासिक आयोजन का उद्घाटन होटल ग्लोरिया इन में हुआ, जहां जिला प्रभारी मंत्री डॉ. मंजू बाघमार, विधायक अशोक कोठारी, विधायक गोपाल लाल खंडेलवाल, जिला प्रभारी सचिव राजन विशाल, जिला कलेक्टर नमित मेहता, पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह, और भाजपा जिला अध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा सहित कई उद्यमियों एवं गणमान्य नागरिकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई.

प्रभारी मंत्री डॉ. मंजू बाघमार ने कहा कि राज्य सरकार राज्य के हर जिले में उद्योगों में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए इन्वेस्टर मीट का आयोजन कर रही है, जिससे राज्य के विकास को एक नई दिशा मिलेगी. उन्होंने जोर दिया कि केवल एमओयू साइन करने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इन एमओयू को धरातल पर उतारने की दिशा में सरकार प्रतिबद्ध है. इसके लिए राज्य सरकार निवेशकों को कई करों में छूट, अनुदान, और अन्य सुविधाएं भी प्रदान कर रही है. डॉ. बाघमार ने बताया कि ष्एक जिला-एक उत्पादष् योजना के तहत लोकल उत्पादों को बढ़ावा देने के साथ ही राज्य को औद्योगिक रूप से सशक्त बनाना उनका उद्देश्य है.

मांडलगढ़ के विधायक गोपाल खंडेलवाल ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार उद्योगों की स्थापना और विकास के लिए हरसंभव सुविधाएं उपलब्ध करा रही है और समस्याओं के समाधान के प्रति प्रयासरत है. विधायक अशोक कोठारी ने बताया कि राज्य सरकार भीलवाड़ा में वस्त्र उद्योग को बढ़ावा देने के लिए टेक्सटाइल पार्क स्थापित कर रही है, और इसके लिए रूपाहेली में भूमि का आवंटन किया जा चुका है. राइजिंग राजस्थान के माध्यम से राज्य और भीलवाड़ा जिले के विकास को गति मिलेगी.

प्रभारी सचिव राजन विशाल ने इस अवसर पर कहा कि भीलवाड़ा ने अपनी उद्यमिता और नवाचार के बल पर एक औद्योगिक पहचान बनाई है, जिसमें टेक्सटाइल और माइनिंग उद्योगों का महत्वपूर्ण योगदान है. उन्होंने कहा कि जिले में उद्योगों की सफलता से स्थानीय रोजगार का सृजन हुआ है और राज्य की अर्थव्यवस्था को एक नया बल मिला है.

जिला कलेक्टर नमित मेहता ने अपने संबोधन में बताया कि भीलवाड़ा में उद्योगों की स्थापना के लिए सरकार ने कई पहल की हैं. इन प्रयासों में टेक्सटाइल पॉलिसी का ड्राफ्ट तैयार करना और उद्योगों को विभिन्न सुविधाएँ प्रदान करना शामिल है. उन्होंने निवेशकों को आश्वासन दिया कि उद्योग स्थापना में आने वाली किसी भी समस्या का त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जाएगा.

महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र के.के. मीना ने बताया कि इस मीट में सबसे अधिक 62 एमओयू टेक्सटाइल सेक्टर में हुए, जिनमें 4,621 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है, जिससे 9,320 युवाओं को रोजगार मिलेगा. आयरन और स्टील क्षेत्र में 2,661 करोड़ रुपये के 6 एमओयू हुए हैं, जिनसे 7,590 लोगों को रोजगार मिलेगा. इसी प्रकार एग्रो एंड फूड में 33 करोड़ रुपये के 11 एमओयू, चिकित्सा क्षेत्र में 371 करोड़ रुपये के 7 एमओयू, खनिज क्षेत्र में 1,824 करोड़ रुपये के 11 एमओयू, और पर्यटन क्षेत्र में 309 करोड़ रुपये के 10 एमओयू हुए. फर्नीचर, प्लास्टिक, पेट्रोल, और अन्य क्षेत्रों में भी कुल 143 एमओयू हस्ताक्षरित हुए, जिनका कुल निवेश मूल्य 10,340 करोड़ रुपये है.

इस इन्वेस्टर मीट में ष्एक जिला-एक उत्पादष् योजना के तहत एक प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें विभिन्न उत्पादों और योजनाओं को प्रदर्शित करने वाले 20 से अधिक स्टॉल्स शामिल थे. इनमें यार्न, सुटिंग, कपड़े, माइनिंग, डेयरी, रेडीमेड गारमेंट, बैंकिंग सेक्टर, मेडिकल फड़ पेंटिंग से जुड़ी स्टॉल्स मुख्य आकर्षण का केंद्र रहीं. साथ ही, राइजिंग राजस्थान थीम पर आधारित रंगोली और सेल्फी पॉइंट ने आगंतुकों को आकर्षित किया. उद्यमियों और स्थानीय निवासियों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया, जहां स्टोन कार्विंग, फड़ पेंटिंग, स्नैचिंग आर्ट, सरस डेयरी, हिंदुस्तान जिंक, संगम, कंचन, नितिन स्पिनर्स, बीएसएल, चित्रक गारमेंट, और अन्य प्रमुख उद्योगों से जुड़े स्टॉल्स पर उत्पादों का प्रदर्शन किया गया.

इस मीट के माध्यम से भीलवाड़ा में उद्योगों के माध्यम से रोजगार के सुनहरे अवसर खुलेंगे, जिससे क्षेत्र के युवाओं को उनके घर के पास ही रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे. राज्य सरकार ने रोजगार सृजन के उद्देश्य से इन्वेस्टर्स को आमंत्रित किया है और निवेशकों के साथ संवाद कर उनके सुझावों को भी नीति में शामिल करने का प्रयास कर रही है. इन्वेस्टर मीट का समापन समारोह रंगारंग प्रस्तुतियों और मेडल सेरेमनी के साथ हुआ. विजेताओं को मेडल पहनाकर उनका उत्साहवर्धन किया गया, और इस ऐतिहासिक आयोजन में भाग लेकर निवेशकों ने जिले में संभावनाओं को और विस्तृत रूप में देखा. यह आयोजन भीलवाड़ा जिले के उद्योगों और विकास में एक मील का पत्थर साबित होगा, जो राज्य में निवेश और रोजगार को बढ़ावा देगा. राइजिंग राजस्थान का यह प्रयास राज्य में आर्थिक विकास की एक नई इबारत लिखने की दिशा में एक ठोस कदम है.

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/ मूलचंद

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