बीकानेर, 7 जुलाई (Udaipur Kiran) । बीछवाल औद्योगिक क्षेत्र में भारी वाहनों की आवाजाही पर लगाई गई
नो-एंट्री से यहां स्थित सैकड़ों उद्योगों के संचालन पर संकट मंडराने लगा
है। उद्योगों की मांग है कि यह निर्णय वापस लिया जाए, ताकि उनके कार्य में
किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो।
बीछवाल उद्योग संघ ने इस फैसले का
विरोध करते हुए जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा है। संघ के अध्यक्ष
प्रशांत कंसल द्वारा भेजे गए पत्र में कहा गया है कि बीछवाल औद्योगिक
क्षेत्र बीकानेर का एक प्रमुख औद्योगिक हब है, जहां से दिन-रात भारी वाहनों
के माध्यम से माल की डिलीवरी होती है। लेकिन गंगानगर हाईवे के पास जिला
प्रशासन द्वारा लगाए गए नो-एंट्री नियम के चलते यह गतिविधि बुरी तरह
प्रभावित हो रही है।
पत्र
में यह भी उल्लेख किया गया है कि बीछवाल क्षेत्र शहर की सीमा से काफी दूर
है और वहां से गुजरने वाले भारी वाहनों से किसी आवासीय क्षेत्र में कोई
असुविधा नहीं होती। बावजूद इसके, यह प्रतिबंध औद्योगिक गतिविधियों पर सीधा
असर डाल रहा है और इससे व्यापारियों, उद्योगपतियों और संभावित निवेशकों में
असंतोष व्याप्त हो रहा है।
संघ ने जिला प्रशासन से मांग की है कि
औद्योगिक विकास के हित में इस नो-एंट्री आदेश को तुरंत प्रभाव से हटाया
जाए। संघ अध्यक्ष प्रशांत कंसल ने उम्मीद जताई है कि प्रशासन उद्योगों की
व्यावहारिक जरूरतों को समझते हुए इस फैसले पर पुनर्विचार करेगा और बीकानेर
के औद्योगिक माहौल को बाधित नहीं होने देगा।
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(Udaipur Kiran) / राजीव
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