– वीरांगना रानी दुर्गावती के नाम पर से जाना जाएगा 1150 करोड़ की लागत से बना यह फ्लाईओवरजबलपुर, 23 अगस्त (Udaipur Kiran) । केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को जबलपुर में मध्य प्रदेश के सबसे लंबे फ्लाईओवर का लोकार्पण किया। यह फ्लाईओवर 1150 करोड़ रुपये की लागत से बना है। सात किलोमीटर लंबे इस फ्लाईओवर का नाम वीरांगना रानी दुर्गावती के नाम पर रखा गया है। इस मौके पर 4250 करोड़ से अधिक लागत की 174 किलोमीटर लंबी नौ सड़क परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया गया।
केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राकेश सिंह जब सांसद थे, तब उन्होंने इस ब्रिज की मांग की थी। सीआरएस का फंड काफी कम रहता है। उसे कम या ज्यादा नहीं कर सकते। मैं जबलपुर आया था, तब बताया गया कि ये राष्ट्रीय राजमार्ग है। वापस गया, तो पता चला राष्ट्रीय राजमार्ग नहीं है। उस समय मप्र में कांग्रेस का शासन था। कमलनाथ मुख्यमंत्री थे। मैंने कमलनाथ से निवेदन किया, आप सीआरएफ में ये प्रपोजल भेज दो। इससे दोगुना पैसा मैं आपको राष्ट्रीय राजमार्ग में दूंगा। उन्होंने प्रपोजल भेज दिया। देश के इतिहास में पहली बार 1200 करोड़ का फ्लाईओवर सीआरएफ पर मंजूर हुआ। मैंने कमलनाथ से निवेदन किया कि सीआरएफ में प्रपोजल भेज दो, मैं दो गुनी राशि दूंगा। बहुत अच्छा फ्लाईओवर आज जनता को मिला है। जबलपुर की जनता का अभिनंदन। उन्होंने कहा कि जबलपुर और भोपाल के बीच एक नया ग्रीन फील्ड हाईवे बनेगा। यह 255 किलोमीटर लंबा होगा। दिसंबर तक डीपीआर मंजूर होगी।
लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प को साकार करने में केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने वास्तुकार की भूमिका निभाई। देश में 70 साल में पहली बार ऐसी विकास की गंगा बही। मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में निवेश के कीर्तिमान गढ़े जा रहे। देश में विजनरी नेतृत्व है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि यह दशक भारत के कायाकल्प का समय है। मप्र सक्सेस स्टोरी लिख रहा है। वीरांगना रानी दुर्गावती फ्लाईओवर का लोकार्पण होने जा रहा है। यह जबलपुर के भविष्य को बदलने वाला है। यह जबलपुर को उन्नत महानगर के रूप में प्रस्तुत कर रही। ये जबलपुर के भविष्य को बदलने वाला ब्रिज है। इसे बनाने की कितनी बाधाएं आईं आप कल्पना नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा कि महाकौशल के माथे पर जबलपुर को ताज की तरह सजा दिया। 117 किमी की सबसे बड़ी रिंग रोड मिली। जिसकी लागत 4000 करोड़ है। बिलासपुर तक नेशनल हाईवे मांगा, गडकरी ने उसकी भी घोषणा कर दी। केबल कार भी दी। दोनों में डीपीआर का काम चल रहा। रिंग रोड पर दो लॉजिस्टिक पार्क की घोषणा की। आईकोनिक ब्रिज की भी घोषणा की। जबलपुर में हवाई जहाज जैसी सुविधाओं वाली बसें दीं, अब मेट्रो की जरूरत नहीं। मप्र में टाइगर सर्किल भी बनना चाहिए। केंद्रीय मंत्री टाइगर एक्सप्रेस वे की घोषणा करें।
कार्यक्रम में जबलपुर सांसद आशीष दुबे ने बांधवगढ़ के लिए जबलपुर से एक सीधी रोड का प्रस्ताव नितिन गडकरी के सामने रखा। लोकार्पण कार्यक्रम उपरांत केंद्रीय मंत्री दो हजार करोड़ से ज्यादा लागत वाली सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया। इसमें 605 करोड़ का रिंग रोड का पाचवां हिस्सा शामिल है। वहीं 230 करोड़ की लागत से रीवा-लखनादौन राष्ट्रीय राजमार्ग पर अंडरपास और ओवरब्रिज निर्माण का कार्य होगा।
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल, जबलपुर सांसद सहित विधायक व अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। ____________
(Udaipur Kiran) तोमर
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