बर्मिंघम, 01 जुलाई (Udaipur Kiran) । भारत और इंग्लैंड के बीच बर्मिंघम में खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट मैच से पहले भारतीय टीम के कप्तान शुभमन गिल ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई अहम बातें साझा कीं। गिल ने बताया कि टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह चयन के लिए उपलब्ध हैं, लेकिन उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल करने का फैसला पिच की स्थिति देखने के बाद ही लिया जाएगा।
गिल ने कहा, “बुमराह निश्चित रूप से चयन के लिए उपलब्ध हैं। हम बस यह देख रहे हैं कि आगामी टेस्ट मैचों में उनके कार्यभार और फिटनेस का प्रबंधन कैसे किया जाए। हमारा लक्ष्य एक ऐसा संतुलित संयोजन बनाना है जिससे हम 20 विकेट भी निकाल सकें और पिच की परिस्थिति के अनुसार रन भी बना सकें।”
टेस्ट कप्तान ने कहा कि यदि बुमराह को दूसरे टेस्ट में आराम दिया जाता है, तो तेज गेंदबाजी की जिम्मेदारी मोहम्मद सिराज, आकाश दीप और प्रसिद्ध कृष्णा के कंधों पर होगी। इन युवा गेंदबाजों के सामने अतिरिक्त जिम्मेदारी होगी, खासकर ऐसे समय में जब इंग्लैंड की परिस्थितियां चुनौतीपूर्ण होती हैं। वहीं, स्पिन विभाग में रविंद्र जडेजा, जो हेडिंग्ले टेस्ट की टर्निंग पिच पर खास प्रभाव नहीं छोड़ पाए, इस बार खुद को साबित करने के लिए बेताब होंगे।
गिल ने पहले टेस्ट में भारत की कमजोरियों को लेकर भी खुलकर बात की। उन्होंने स्वीकार किया कि टीम की फील्डिंग, विशेष रूप से स्लिप कैचिंग, दबाव में विफल रही। पहले टेस्ट के दौरान यशस्वी जायसवाल को स्लिप से हटाना पड़ा था। साथ ही, भारत के निचले क्रम के बल्लेबाजों का योगदान भी न के बराबर रहा, जिस पर कप्तान ने चिंता जताई।
उन्होंने कहा, “हमारे बल्लेबाजी क्रम की गहराई की बात हम हमेशा करते हैं, लेकिन जब निचला क्रम अपेक्षित योगदान नहीं दे पाता, तो टॉप ऑर्डर को अधिक जिम्मेदारी लेनी होगी। जैसे मैं पहले टेस्ट में 147 रन पर था, अगर मैं और ऋषभ पंत 50 रन और जोड़ते, तो शायद मैच की दिशा बदल जाती।”
पहले टेस्ट में शतक जड़ने वाले केएल राहुल, आक्रामक शुरुआत देने वाले यशस्वी जायसवाल, कप्तान शुभमन गिल और ऋषभ पंत से एक बार फिर बड़ी पारियों की उम्मीद की जा रही है। हालांकि साई सुदर्शन और करूण नायर को पहली पारी में नाकामी मिली, लेकिन टीम मैनेजमेंट उन्हें एक और मौका दे सकता है।
गिल ने कहा, “हम शिकायत करने के बजाय समाधान पर ध्यान दे रहे हैं। जब निचला क्रम उम्मीद के मुताबिक रन नहीं बना पाता, तो टॉप ऑर्डर को ही अतिरिक्त ज़िम्मेदारी लेनी होती है। हम जान चुके हैं कि कहां सुधार की जरूरत है।”
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
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