राकेश पाण्डेय, वाराणसी
वाराणसी में मंगलवार को एक सनसनीखेज घटना ने सबको चौंका दिया। कचहरी परिसर में अधिवक्ताओं ने बड़ागांव थाने के दरोगा मिथिलेश समेत चार पुलिसकर्मियों को दौड़ा-दौड़ाकर बेरहमी से पीट दिया। इस हमले से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।
पुलिसकर्मियों पर हमला, हालत गंभीरजानकारी के अनुसार, दरोगा मिथिलेश को गंभीर चोटें आई हैं और उन्हें तुरंत बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने उनकी हालत को नाजुक बताया है। इस घटना ने पूरे शहर में सनसनी फैला दी है। बताया जा रहा है कि यह विवाद शनिवार को बड़ागांव थाने में जमीन से जुड़े एक मामले को लेकर शुरू हुआ था। उस समय भी अधिवक्ताओं और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक हुई थी, जो मंगलवार को हिंसक झड़प में बदल गई।
क्या थी विवाद की जड़?शनिवार को बड़ागांव थाने में जमीन के एक मामले को लेकर अधिवक्ताओं और पुलिसकर्मियों के बीच बहस हो गई थी। इस बात को लेकर अधिवक्ताओं में गुस्सा था, जो मंगलवार को कचहरी परिसर में भड़क उठा। गुस्साए अधिवक्ताओं ने दरोगा मिथिलेश और उनके साथ मौजूद तीन अन्य पुलिसकर्मियों पर हमला बोल दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, अधिवक्ताओं ने पुलिसकर्मियों को दौड़ाया और बेरहमी से पीटा।
प्रशासन ने संभाला मोर्चाघटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और पुलिस हरकत में आ गए। डीएम सत्येंद्र कुमार और अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) शिवहरि मीणा ने मौके पर पहुंचकर बार के पदाधिकारियों के साथ बातचीत शुरू की। पूरे कचहरी परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। कमिश्नरेट की पांच थानों की पुलिस फोर्स को मौके पर तैनात किया गया है ताकि स्थिति को और बिगड़ने से रोका जा सके।
You may also like
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री 100 सदस्यों की डेलिगेशन के साथ मुम्बई पहुंचे, बडी डील की उम्मीद
Bihar Election – बिहार में पहले चरण में कितनी सीटों पर होगा चुनाव, आइए जानते हैं इसकी पूरी डिटेल्स
मप्रः ऊर्जा मंत्री तोमर आज जबलपुर प्रवास पर, बिजली कंपनियों की समीक्षा करेंगे
Vastu Shastra: बेडरूम में भूलकर भी नहीं रखनी चाहिए आपको ये चीजें, नहीं तो आने लगेगी मुसीबत
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मुंशी प्रेमचंद, जयप्रकाश नारायण और रामविलास पासवान को पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी